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पटना सम्पूर्ण भारत में दूसरे स्थान पर, जयपुर, लुधियाना, गुवाहाटी को किया पीछे, जाने पूरी खबर
हाल ही में कोरोना संक्रमण की वजह से सम्पूर्ण देश में काफी आर्थिक क्षति हुई है। इसकी वजह से व्यापार पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। वहीं इन प्रतिबंधों के समाप्त होने के पश्चात वेयरहाउसिंग के व्यापार में तीव्र गति से वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में वेयरहाउसिंग उपलब्धता वाले शहरों में पटना दूसरे स्थान पर है। इसमें पटना ने गुवाहाटी, जयपुर, लुधियाना आदि शहरों को पीछे छोड़ दिया है। वित्तीय वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में पटना शहर में वेयरहाउसिंग के लिए 9 लाख वर्गफीट जगह का सृजन हुआ है। इस बात की जानकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन नाइट फ्रेंक इंडिया द्वारा जारी इंडिया वेयरहाउसिंग मार्केट रिपोर्ट 2022 से मिली है। रिपोर्ट के अनुसार पटना ने इस क्षेत्र में वित्तीय वर्ष 2022 में 309 प्रतिशत का विकास दर प्राप्त किया है।
पटना के चारों ओर वेयरहाउस के 35 किलोमीटर के दायरे में वेयरहाउसिंग का असंगठित बाजार को तीव्र गति से विकसित किया जा रहा है। पटना-गया रोड से दक्षिण, एनएच 922 से पश्चिम और एनएच 31 से पूर्व और पटना से 20 किलोमीटर उत्तर हाजीपुर के क्षेत्र में वेयर हाउसिंग कलस्टर का विकास हो रहा है। गांधी सेतू पुल के विस्तार से कलस्टर के विकास में काफी सहायता मिली है। पटना के बिहटा, गौरीचक, फतुहा, जीरो माइल, दीदारगंज और खगौल जैसे क्षेत्रों में इसके विस्तार की दर सबसे अधिक है। पटना के नजदीक कोका कोला, फ्लिपकार्ट, जीएसके, पेप्सी जैसे कंपनियों के वेयरहाउस मौजूद है।
इसके संबंध में भुवनेश्वर शहर पहले स्थान पर है जहां 527 प्रतिशत विकास दर है। इसके तीसरे स्थान पर 148 प्रतिशत विकास दर के साथ सिलीगुड़ी मौजूद है। जारी रिपोर्ट में इंदौर और अन्य शहरों का विकास दर नकारात्मक रहा है। पूर्वी क्षेत्र में भुवनेश्वर, गुवाहाटी, पटना, सिलीगुड़ी में 4.2 मिलियन वर्गफुट वेयर हाउसिंग जगह का लेनदेन हुआ है।
वेयरहाउसिंग व्यापार में मांग में वृद्धि होने के साथ किराए में भी लगातार वृद्धि हो रही है। बड़ी कंपनियां पटना के नजदीकी क्षेत्रों में वेयरहाउस चाहती हैं। इन इलाकों में वेयरहाउस का किराया 161 रुपये वर्ग मीटर प्रति महीने से लेकर 248 रुपये वर्गमीटर प्रति महीने है। वेयरहाउस व्यापार से सम्मिलित रामलाल खेतान के अनुसार पटना और नजदीकी क्षेत्रों में काफी वेयरहाउस निर्मित है और सभी कंपनियां वेयरहाउस की खोज में है। पटना बाइपास में पांच हजार वर्गफीट से लेकर दो लाख वर्गफीट के बीच दर्जनों वेयरहाउस निर्माणाधीन हैं।
देश की विभिन्न शहरों में वेयरहाउस का विकास दर भी अलग–अलग है। इसमें गुवहाटी के मामले में गुवाहाटी का विकास दर 84 प्रतिशत, जयपुर का 37 प्रतिशत, लुधियाना का 36 प्रतिशत, अंबाला का 19 प्रतिशत और
लखनऊ का 13 प्रतिशत विकास दर है।