Connect with us

BIHAR

पटना में निर्माण किया जा रहा बिहार का प्रथम सिस्मिक रिसर्च सेंटर, 40 सेकंड पूर्व दे देगी भूकंप आने की जानकारी

Published

on

WhatsApp

आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार भूकंप के क्षेत्र में बिहार काफी संवेदनशील जोन का हिस्सा है। भूकंप के लिए सीएम नीतीश कुमार भी अपनी चिंता व्यक्त करते हुए दिखाई देते हैं। विगत वर्षों में भूकंप आने पर स्वयं सीएम नीतीश कुमार जी कई जगहों का जायजा लेने पहुंचे थे। भूकंप की वजह से कई नुकसान भी होते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पटना में सिस्मिक रिसर्च सेंटर का निर्माण किया जाएगा। इसका उद्देश्य भूकंप से राहत के साथ बचाव के लिए कार्य करना है। करीब एक वर्ष पूर्व ही साइंस कॉलेज कैंपस में इस भवन का निर्माण किया गया था परंतु यह भी चालू नहीं है।

भवन निर्माण विभाग के द्वारा इस रिसर्च सेंटर का निर्माण किया गया था। इसके निर्माण पर लगभग 3 करोड़ 44 लाख 60 हजार रुपए खर्च किए गए हैं। भवन निर्माण विभाग द्वारा निर्धारित समय में इस रिसर्च सेंटर का निर्माण किया गया था। परंतु यह रिसर्च सेंटर आज भी बंद पड़ा है। फिलहाल इस प्रोजेक्ट पर एक बार और पैसे खर्च होंगे। इस पूरे कार्य की जिम्मेदारी बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के हाथों में सौंपी गई है। इसके संचालन में आपदा प्रबंधन अहम भूमिका निभाता दिखाई देगा।

वहीं रिसर्च सेंटर के लिए विभिन्न उपकरणों की खरीदारी के साथ ही वैज्ञानिकों की नियुक्ति की जायेगी। अभी तक रिसर्च सेंटर के लिए कोई भी उपकरण की खरीदारी नहीं की गई है। इसके साथ ही अभी तक वैज्ञानिकों के भर्ती की प्रक्रिया को भी शुरू नहीं किया गया है। राष्ट्रीय स्तर का यह रिसर्च सेंटर बिहार का प्रथम सेंटर होगा। यह रिसर्च सेंटर भूकंप आने के 40 सेकंड पूर्व ही इसके आने की जानकारी देगा। इसके साथ ही बिहार के 10 जिलों में इसके लिए सब स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। इन सब स्टेशन से सेंट्रलाइज रिकॉर्डिंग की जाएगी।