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पटना को और विकसित करने का कार्य जारी, वर्ष 2024 तक विभिन्न परियोजनाओं की शुरुआत
विगत कुछ वर्षों में पटना में ओवरब्रिज, सड़क, पार्क और बहुमंजिले भवन का निर्माण किया गया है। आने वाले एक–दो वर्षों में कई परियोजनाओं की शुरुआत की जाएगी जो पटना को और विकसित करेगा। इससे लोगों को काफी सुविधा होगी।
कारगिल चौक से एनआईटी मोड़ तक 2070 मीटर डबल डेकर रोड का निर्माण किया जा रहा है जिसे दो वर्षों में पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके निर्माण में कुल 324 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। खजांची रोड मोड़ से पटना कॉलेज के बीच पाइलिंग का काम शुरू है। कारगिल चौक से जाने के लिए रोड के दूसरे तल्ले और एनआइटी मोड़ से जाने के लिए पहले तल्लेवाले रोड का उपयोग किया जाएगा। पीएमसीएच जाने के लिए लोग दोनों रोड का इस्तेमाल करेंगे।
मीठापुर से महुली के बीच फोरलेन एलिवेटेड रोड का नियम किया जा रहा जिसकी लंबाई 8.82 किमी है। इसके 60 प्रतिशत कार्य को पूर्ण और लिया गया है। शेष निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए वर्ष 2024 तक का समय निर्धारित किया गया है। इसके निर्माण पर लगभग 668 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। इसके निर्माण से पटना से गया, गया से बिहार शरीफ, बिहार शरीफ से बख्तियारपुर, बख्तियारपुर से पटना एनएच 83, एनएच 82 और एनएच 31 और एनएच 30 से सीधा संपर्क हो जायेगा।
दीघा से दीदारगंज तक 20.5 किमी गंगा पथ के प्रथम फेज में दीघा से पीएमसीएच तक आवागमन शुर फिर पटना स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के नालों पर सड़क बनाने की योजना है. पहले फेज में मंदिरी नाले पर 67.11 करोड़ की लागत से आयकर गोलंबर से काली मंदिर तक 1,289 मीटर दो लेन की सड़क बनेगी, जो गंगा पथ से भी जुड़ेगा. सड़क के दोनों ओर फुटपाथ, वेंडिंग जोन, स्ट्रीट स्केपिंग जोन, ग्रीन बफर जोन बनेगा. सड़क बनने से अशोक राज पथ व इनकम टैक्स गोलंबर के बीच ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
पटना स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत शहर के नालों पर सड़क बनाने की योजना है। प्रथम फेज में मंदिरी नाले पर 67.11 करोड़ की लागत से आयकर गोलंबर से काली मंदिर तक 1 हजार 289 मीटर दो लेन की सड़क का निर्माण किया जाएगा। सड़क के दोनों ओर फुटपाथ, वेंडिंग जोन, स्ट्रीट स्केपिंग जोन, ग्रीन बफर जोन बनेगा. सड़क बनने से अशोक राज पथ और इनकम टैक्स गोलंबर के बीच ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
149 करोड़ से पीयू का एकेडमिक भवन तैयार:
पटना विश्वविद्यालय में 149 करोड़ से नया प्रशासनिक सह एकेडमिक भवन का निर्माण होगा. पटना कॉलेज के न्यू हॉस्टल को तोड़कर उसकी जगह बनेगा. जी प्लस 9 फ्लोर का प्रशासनिक भवन तथा 12 फ्लोर का एकेडमिक भवन होगा।
देश का सबसे बड़े और विश्व का दूसरा बड़ा अस्पताल पीएमसीएच का निर्माण होगा जिसपर 5 हजार 540 करोड़ रूपए खर्च होंगे। 36 सुपर स्पेशियलिटी भवन में 5462 बेड की क्षमता होगी। कैदी वार्ड, अधीक्षक आवास, कॉटेज और जीएनएम स्कूल को ध्वस्त कर वहां बिल्डिंग निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। इसके प्रथम फेज में अगले तीन वर्ष में अस्पताल का निर्माण किया जाएगा जिसमें 2073 बेड की क्षमता होगी।
वर्ष 2023 के दिसंबर महीने तक पटना एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल भवन का निर्माण किया जाएगा जिसपर 1216 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। यह 57 हजार वर्ग फीट में फैला है जिसमें 80 लाख यात्रियों को ले जाने की क्षमता होगी। इस नये टर्मिनल में 10 पार्किंग बे, पांच एयरोब्रिज, पांच अत्याधुनिक कन्वियर बेल्ट, एक हजार वाहनों की पार्किंग क्षमता और एक चार मंजिला विशाल मल्टीलेवल पार्किंग होगा।
इसके अलावा दिसंबर महीने तक कुम्हरार में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का परीक्षा भवन के स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा। इस परीक्षा भवन जी प्लस फाइव भवन में 3 ब्लॉक और 64 परीक्षा हॉल होंगे। यहां एक साथ 25 हजार छात्र बैठकर परीक्षा दे सकेंगे।
मल्टी लेवल पार्किंग से पटना जंक्शन के बीच सब वे का निर्माण किया जा रहा है जिसमें 330 मीटर अंडरग्राउंड होगा। फिलहाल मल्टीलेवल पार्किंग से बकरी बाजार तक 110 मीटर सतह पर कार्य जारी है। लोग वाहन पार्किंग में लगाकर सब वे से सीधे जंक्शन तक पहुंच जायेंगे।
नीदरलैंड के तर्ज पर बेली रोड में ललित भवन से हड़ताली मोड़ तक लोहिया पथ चक्र पर कार्य शुरू है। इस प्रोजेक्ट पर 391.47 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अगले एक वर्ष में अधिकांश काम पूरे हो जायेंगे।
इस वर्ष के अंत तक मेट्रो के मलाही पकड़ी से लेकर आइएसबीटी तक का एलिवेटेड रूट का निर्माण पूर्ण हो जाएगा। इसकी कुल दूरी 6.6 किमी होगी जिसमें पांच स्टेशन होंगे। इसकी मदद से दानापुर से लेकर बेली रोड, पटना जंक्शन, गांधी मैदान, अशोक राजपथ, बाइपास के साथ कई क्षेत्र को कवर किया जाएगा।