BIHAR
नबीनगर थर्मल प्लांट के तीसरे यूनिट का किया गया सफल परीक्षण, बिहार को एनटीपीसी से प्राप्त होगी ज्यादा बिजली
रविवार के दिन नबीनगर पावर जेनेरेटिंग कंपनी के 660 मेगावाट की तीसरी यूनिट का सफल परीक्षण कर लिया गया है। इस यूनिट ने 72 घंटे फुल लोड ट्रायल-रन ऑपरेशन को केंद्रीय विद्युत् विनियामक आयोग के मानदंडों के अनुपालन के साथ सफलतापूर्वक कमीशन कर लिया है।
पटना: बिहार राज्य के औरंगाबाद में स्थित नबीनगर थर्मल पावर प्लांट के तीसरे और अंतिम यूनिट का सफल परीक्षण किया गया। इस सफल परीक्षण के बाद बिहार में प्रचुर मात्रा में बिजली उपलब्ध होगी। नबीनगर पावर जेनेरेटिंग कंपनी जो एनटीपीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है, इसके 660 मेगावाट की तीसरी यूनिट का सफलतापूर्वक ट्रायल रविवार को पूरा हुआ। मुख्य कार्यकरी अधिकारी आर.के पांडेय ने बताया कि बिहार को इस यूनिट से अतिरिक्त 559 मेगावॉट की आपूर्ति जल्द होने लगेगी। नबीनगर पावर जेनेरटिंग कंपनी की कुल स्थापित उत्पादन क्षमता 1,320 से बढ़कर 1,980 मेगावॉट हो गयी है। इससे बिहार में बिजली की खपत में लगातार बढ़ रही मांग को पूरी करने में मदद मिलेगी।
नबीनगर पावर जेनेरटिंग कंपनी के निदेशक शीतल कुमार के बताया कि कोरोना की चुनौतियों के बीच इस लक्ष्य को हासिल किया है वो यादगार है। अब बिहार को नबीनगर पवार प्लांट से 1,122 मेगावाट के स्थान पर 1,680 मेगावाट बिजली मिलेगी। 6 सितंबर 2019 को पहली यूनिट का सफल परीक्षण किया गया था। वहीं 23 जुलाई 2021 को दूसरी यूनिट का परीक्षण केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के सिंह के द्वारा बिहार के ऊर्जा मंत्री की उपस्थिति में किया गया था। इससे बिहार को वर्तमान में तय आवंटन के हिसाब से 1,122 मेगावाट से भी अधिक विद्युत की निरंतर आपूर्ति की जा रही है।
बिजली के मुश्किलों का निवारण किया जा चुका है।नबीनगर पावर प्लांट के तीसरे यूनिट के सफल परीक्षण के बाद बिहार की बिजली के क्षेत्र की परेशानियां दूर होंगी। एनटीपीसी से बिहार को मिलने वाला आवंटन भी बढ़ गया है। पहले जहां बिहार को 5,362 मेगावाट बिजली मिलती थी वो अब बढ़कर 5,921 मेगावाट हो गया है।