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दिसंबर महीने तक किया जाएगा पटना में 2000 मेगावॉट के इन्फ्रास्ट्रक्चर को तैयार, जानिए पूरी ख़बर
पटना में 30 लाख से अधिक नागरिकों को पावर कट से छुटकारा दिलाने हेतु पेसू के तरफ से तैयारियां की जा रही हैं। इसमें पटना नगर निगम के साथ दानापुर और फुलवारी क्षेत्र का कुछ हिस्सा शामिल है। आंकड़ों के अनुसार साल 2019 में करीब 6.21 लाख लोगों द्वारा 697 मेगावाट बिजली का उपभोग किया गया। इस साल मई–जून महीने तक यह बढ़कर 800 मेगावाट हो जाएगा। इसी बात पर गौर करते हुए दिसंबर महीने तक 2000 मेगावाट विकसित करने की तैयारी है।
पेसू के इंजीनियरों के अनुसार क्षमता को बढ़ाने के लिए 8 नए पावर सब स्टेशनों पर कार्य जारी है। इसके साथ ही केंद्र के डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के माध्यम से नया पीएसएस बनाया जायेगा। इसके साथ ही खुले तार को हटा कर एरियल बंच केबल लगाने, 11 और 33 केवी फीडर को छोटा करने की योजना है। इस योजना से ब्रेकडाउन होने पर बिजली बंद हो तो कम समय में फॉल्ट को ठीक करने के बाद सप्लाई चालू की जा सके। वर्तमान में जीआईएस तकनीक पर आधारित एनएमसीएच, जगनपुरा, सिपारा वन और सिपारा टू, आईटीआई दीघा में पीपीएसएस का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही गोलघर, बकरी बाजार, पाटलिपुत्र-पीएसएस बनाए जा रहे है। इन पावर सब स्टेशनों को दिसंबर तक चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके निर्माण के साथ ही पेसू क्षेत्र में पीएसएस की कुल संख्या करीब 75 होगी।
लोड को बराबर करना पेसू की सबसे बड़ी चुनौती है। इसमें पीएसएस, 33 केवी फीडर, 11 केवी फीडर, डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर शामिल हैं। वर्तमान समय में शहर के उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का कार्य किया जा रहा है। अब तक लगभग 49 प्रतिशत उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया गया है। यह कार्य पूरा होने के बाद घटने और बढ़ने वाले लोड की ऑनलाइन जानकारी हासिल होगी।