MOTIVATIONAL
डीएम द्वारा शुरू किया गया मिशन कोटड़ा, अनाथ बच्चों को योजना से जोड़ने की शुरुआत
दक्षिण राजस्थान के आदिवासी इलाकों में निवास कर रहे हैं लोगों तक सरकारी योजनाओं से लाभ प्रदान किया जा रहा है और साथ ही विकास के मार्ग पर लाया जा रहा है। इन सभी चीजों के लिए उदयपुर के डीएम ताराचंद मीणा ने मिशन कोटड़ा की शुरुआत की। पिछले तीन दिन में मंगलवार के दिन दूसरी बार मीणा स्वयं कोटड़ा क्षेत्र पहुंचे। मीणा आज सुबह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गोगरुड़ पंचायत पहुंचे। इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों से बातचीत कर सरकार की विभिन्न योजनाओं से होने वाले लाभ की जानकारी ली। उन्होंने अनाथ बच्चों के लिए चलाए जा रहे पालनहार सशक्तिकरण अभियान के तहत क्षेत्र में अब तक चिन्हित किए गए 700 बच्चों की स्थिति और उन्हें पालनहार योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए।
इस अभियान के तहत आदिवासी इलाकों में रहने वाले अनाथ बच्चों को राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से जोड़कर सहायता की जाएगी। उन्होंने यह व्यवस्था की है कि जब तक यह राशि उन तक नहीं पहुंचती है, तब तक उन्हें प्रशासन द्वारा पोषण राशन किट प्रदान की जाएगी। इसके बाद अनाथ बच्चों को उनके वयस्क होने तक शिक्षा प्रदान कर उनका करियर बनाया जाएगा।
एसडीएम नीलम लखारा, सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक मान्धाता सिंह, शिक्षा विभाग के सीडीईओ ओमप्रकाश आमेटा, डोइट उपनिदेशक शीतल अग्रवाल, डीएसओ ग्रामीण बिजल सुराणा, सीडीपीओ समेत कई अधिकारी दौरे के साथ मौजूद हैं। इन अधिकारियों ने ग्रामीणों को विभागीय एवं पालक योजनाओं में लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी दी।
मीणा ने वागड अंचल की मॉडल डॉ. दिव्यानी कटारा को मिशन कोटरा का ब्रांड एंबेसडर बनाया है। उन्होंने यहां इन बच्चों और लड़कियों को प्रेरित करने के लिए हर संभव सहयोग देने की बात कही। डीएम ने चेतावनी दी है कि पालनहार योजना के कार्यों में लापरवाही करने वालों पर करवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने इस अवसर पर कहा कि क्षेत्र के प्रत्येक अनाथ को सरकारी योजना का लाभ मिलना चाहिए। साथ ही हर अनाथ बच्चों को उनका भविष्य बनाने के लिए उचित वातावरण दिलाने का प्रयास करेगा। उन्होंने प्रशासन के इस मिशन में लापरवाही करने वाले किसी भी व्यक्ति पर करवाई करने के निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर मिशन की ब्रांड एंबेसडर डॉ. दिव्यानी कटारा व अन्य महिला अधिकारियों ने चिन्हित किए गए पांच बच्चों के माता-पिता को पोषण आहार किट भी वितरित की।