BIHAR
ट्रेन यात्रियों के लिए नई खुशखबरी, बिहार और यूपी के इन ट्रेनों में मिलेगा बेडरोल।
रेल से सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक नई खुशखबरी है। इसके तहत एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों को अब चादर और तकिया ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी। खबर के अनुसार रेलवे द्वारा अन्य कई ट्रेनों में बेडरोल देने की शुरुआत कर दी गई। इसमें भोपाल से गुजरने वाली कुछ ट्रेनों को भी शामिल किया गया है। कोरोना संक्रमण की वजह से विगत दो वर्षों से भारतीय रेलवे की ओर से इस सेवा को स्थगित कर दिया गया था। परंतु इसे पुनः शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
कोरोना संक्रमण के हालात अब धीरे–धीरे ठीक हो रहे हैं। रेलवे की ओर से पुनः एसी कोच में बेडरोल की सेवा शुरू की गई है। इसके पश्चात विभिन्न ट्रेनों में चादर के साथ तकिया, टॉवल, और कंबल देने की सुविधाएं शुरू कर दी गई है। विभिन्न ट्रेनों में शुरू कई सुविधाओं में भोपाल से गुजरने वाली कुशीनगर और गरीब रथ जैसी ट्रेनें शामिल हैं।
इन सुविधाओं की शुरुआत से पूर्व रेलवे की ओर से शेड्यूल जारी की गई है। इसके अनुसार सात ट्रेनों में बेडरोल दिए गए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्टेशन से परिचालित होकर भोपाल के रास्ते से होकर गुजरने वाली ट्रेन संख्या 22537/22538 कुशीनगर एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या 15018/15017 काशी एक्सप्रेस एवं 15065/15066 पनवेल एक्सप्रेस के साथ ही ट्रेन संख्या 15027/15028 मौर्य एक्सप्रेस को भी इसमें शामिल किया गया है। इन सभी ट्रेनों में बेड रोल की सुविधा की शुरुआत की जा चुकी है।
वहीं शेड्यूल रन डेट के अनुसार इस सेवा की शुरुआत गोरखपुर जंक्शन से परिचालित ट्रेन संख्या 15005/15006 देहरादून एक्सप्रेस में की गई है। साथ ही लखनऊ जंक्शन स्टेशन से होकर परिचालित ट्रेन संख्या 12535/12536 लखनऊ जंक्शन-रायपुर-लखनऊ गरीब रथ एक्सप्रेस और
ट्रेन संख्या 12593/12594 लखनऊ जंक्शन-भोपाल-लखनऊ जंक्शन गरीब रथ एक्सप्रेस में भी इस सुविधा की शुरुआत की जाएगी। इसमें सभी यात्रियों को चादर-तकिया-टॉवल और कंबल दिए जाएंगे।
विगत दो वर्षों से कोरोना संक्रमण का प्रभाव रहा है जिसकी वजह से भारतीय रेलवे की ओर से एसी कोच में बेडरोल की सुविधा को स्थगित किया गया था। इसके बाद यात्रियों को एसी कोच में अपने बेड रोल की व्यवस्था करनी पड़ रही थी। वहीं कोरोना के हालात में सुधार हो रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए ट्रेनों में पुनः बेडरोल की सुविधा की शुरुआत की गई है। रेलवे बोर्ड के निर्देश के पश्चात कुछ अन्य ट्रेनों में भी शीघ्र ही इस सुविधा की शुरुआत की जाएगी।