BIHAR
टाटा ग्रुप की 19 कंपनियों में मिलेगी नौकरी, बिहार के बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी
बिहार के युवाओं को आने वाले कुछ दिनों में टाटा टेक और उससे जुड़ी 19 कंपनियों में नौकरी दी जाएगी जिसके लिए बिहार सरकार द्वारा 5436 करोड़ रूपए में 149 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की योजना बनाई गई है। योजना को लेकर एमओयू पर श्रम संसाधन विभाग और टाटा टेक के बीच सहमति भी बन गई है जिसपर अगले माह में हस्ताक्षर होगा भी कर दिया जाएगा। इसके बाद टाटा टेक और विभाग के विशेषज्ञों की टीम द्वारा सर्वे कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
जीवेश कुमार जो कि श्रम संसाधन और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हैं, उनके द्वारा बताया गया कि इस योजना के अंतर्गत पहले चरण में 2022–23 वित्तीय वर्ष में 60 आईटीआई को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाना है जहां उद्योग क्षेत्र की उन्नत तकनीक और नए उद्योग की जरूरतों के मुताबिक प्रशिक्षित कर युवाओं को तैयार किया जाएगा। इसमें प्रशिक्षित युवाओं को टाटा टेक और उनसे जुड़ी 19 कंपनियों में नौकरी दी जाएगी। प्रशिक्षण के लिए टाटा टेक द्वारा 23 नए एडवांस कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसके दूसरे चरण में 89 आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। एमओयू के तहत आइटीआइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने की योजना में लागत का 12 प्रतिशत राशि का खर्च बिहार सरकार करेगी, जबकि टाटा टेक द्वारा 88 प्रतिशत राशि खर्च की जाएगी।
टाटा टेक द्वारा युवाओं को दिए जाने वाले प्रशिक्षण कोर्स में फैशन टेक्नोलाजी, आटोमोबाइल्स टेक्नोलाजी, कार पेंटिंग, आटोबाडी रिपेयर, वेल्डिंग, प्लास्टिक डाई इंजीनियरिंग, सीएनसी मिलिंग, सीएनसी टर्निंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिजायन, रोबोट सिस्टम इंटीग्रेशन, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटल कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल इंसटालेशन, रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग, मोबाइल रोबोटिक्स, मेकाट्रोनिक्स, इंडस्ट्रियल कंट्रोल, वाटर टेक्नोलाजी, आइटी साफ्टवेयर साल्यूशन फार बिजनेस, वेब टेक्नोलाजी, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा, आइटी नेटवर्क सिस्टम एडमिनिस्टे्रशन, मोबाइल एप्लिकेशंस डेवलपमेंट, ग्राफिक डिजाइन टेक्नोलाजी, थ्री डी डिजिटल गेम आर्ट, प्रिंट टेक्नोलाजी, इंडस्ट्रियल डिजाइन टेक्नोलाजी, पेंटिंग एंड डेकोरेटिंग, प्लबिंग एंड हीटिंग, विजुअल मर्चेंडाइजिंग, इनफारमेशन नेटवर्क केबलिंग जैसे कोर्स शामिल होंगे। इस कोर्स को करने के बाद बिहार के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इससे बिहार की जनता के साथ ही बिहार राज्य का भी विकास होगा।