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BIHAR

खगड़िया और सुल्तानगंज के शिक्षा, पर्यटन और व्यापार का होगा विकास; जानिए कब तक गंगा ब्रिज का काम होगा पूरा

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साल 2022 के जून महीने तक खगड़िया के परबत्ता अगुवानी गंगा घाट से सुल्तानगंज तक गंगा पुल का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जहां लोगों को धार्मिक स्थल जाने में सहूलियत होगी वहीं इस पुल के निर्माण हो जाने के बाद जिले के किसान और व्यापारियों को एक साथ विस्तृत बाजार भी मिलेगा। इस पुल के दोनों तरफ 25 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इसके लिए एप्रोच पथ के जमीन के अधिग्रहण कार्य समाप्त होने को है। अगुवानी की तरफ निर्माणाधीन पिलर संख्या 15 के अलावा लगभग सभी पिलरों का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है। यहां अभी सुपर स्ट्रक्चर एवं छत ढलाई का काम तेजी से किया जा रहा है।

बिहार सरकार के इस परियोजना का शिलान्यास वर्ष 2014 में 23 फरवरी के दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। इस पुल के निर्माण से उत्तर तथा दक्षिण बिहार के बीच की दूरी काफी कम हो जायेगी। वहीं पुल पर आवागमन होने से श्रावण माह में देवघर जलाभिषेक को जाने वाले कावरियों को भी फायदा पहुंचेगा। जबकि यह पुल सीधे तौर पर एनएच 31 तथा एनएच 80 से भी जुड़ेगा। बता दें कि राष्ट्रीय उच्च पथ 31 स्थित पसराहा एवं मुंगेर भागलपुर राष्ट्रीय उच्च पथ 80 स्थित सुल्तानगंज के पास फोरलेन सड़क को जोड़ा जाना है जिसका काम भी तीव्र गति से किया जा रहा है।

लोगों का यह सोचना है कि इस फोरलेन पुल के निर्माण के साथ ही खगड़िया के अगुवानी घाट का पुराना महत्व वापस आएगा। जबकि इस पुल के मध्य में डेक के नीचे झूलता हुआ डॉल्फिन वेधशाला भी पर्यटकों को आकर्षित करता है। वहीं दियारा क्षेत्र के विकास को गति देने के लिये भी यह पुल एक अहम भूमिका निभाने का काम करेगा। साथ ही दक्षिण बिहार से आने वाला गिट्टी बालू की कीमतों में भी कमी होगी जिससे आम लोग भी काम खर्च में मकान बना सकेंगेऔर यह इलाका तेजी से विकास की ओर बढेगा। निर्माण कंपनी एस पी सिंगला के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ई. आलोक कुमार झा ने बताया कि कंपनी पुल का निर्माण इस वर्ष पूरा करने की कोशिश कर रही है।

एस पी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट डाईरेक्टर ईं आलोक झा ने बताया कि अगुवानी-सुल्तानगंज गंगा की मुख्य धारा में कुल लंबाई 3.160 किलो मीटर महासेतु का निर्माण कार्य किया जाना है। इसमें से 1700 मीटर का कार्य पूरा किया जा चुका है। शेष बचे सुपर स्ट्रक्चर संगमेंट का कार्य चल रहा है। जबकि गंगा की धारा में सभी 45 पाया का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। साथ ही अगुवानी से राष्ट्रीय उच्च पथ 31 स्थित पसराहा तक पहुंच पथ फोरलेन निर्माण कार्य को लेकर भूमि अधिग्रहण प्रशासन द्वारा करा दिया गया है। जिसपर पर मिट्टी भराई के साथ अंडरपास एवं पुल पुलिया आदी का निर्माण कार्य जारी है। श्री झा ने बताया कि साल 2022 तक इस महासेतु पर वाहनों का परिचालन शुरू हो जाएगा।

यह एक फोर लेन पुल है जिसमें दो–दो लेन का दो अलग–अलग पुल का निर्माण किया जाएगा। इस पुल के निर्माण के लिए केबुल का उपयोग किया जायेगा और केबुल पर झूलता हुआ होगा। इस पुल में निर्माण के लिए पिलरों के बीच की दूरी 125 मीटर की होगी। इस पुल की कुल लंबाई 3160 किलो मीटर की होगी। यह पुल केबल स्टैंड आधारित होगी। यह पुल पूरी तरह से प्रकाश प्रणाली का होगा जिसमें वाहनों के लिए अंडरपास भी बनाया जाएगा। साथ ही टॉल प्लाजा के साथ पैसेंजर अंडरपास भी होगा।