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कोरोना काल में 15 वर्षीय अमर ने एलईडी बल्ब निर्माण का किया स्टार्टअप, शुरुआती एक वर्ष में की 15 लाख की कमाई

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कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार की ओर से सम्पूर्ण लॉकडाउन का आदेश दिया गया था जिसका हमारे देश के आर्थिक व्यवस्था पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। कई लोगों ने अपनी नौकरी से हाथ धो दिए और लाखों लोग बेरोजगार हो गए। इस कठिन समय में भी कुछ लोगों ने हालत के आगे घुटने नहीं टेके। उत्तरप्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले अमर प्रजापति की भी कहानी कुछ यही है। 15 वर्षीय अमर ने इस कठिन समय में एलईडी बल्ब और लैंप बनाने का स्टार्टअप शुरू किया। वे एक दर्जन से अधिक अलग-अलग तरह के बल्ब की मार्केटिंग कर रहे हैं। वे पांच लाख से अधिक बल्ब बनाकर 15 लाख का बिजनेस भी किया। उन्होंने कई लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराए हैं।

अमर 9वीं कक्षा के छात्र हैं। वे बचपन से ही इनोवेशन और इलेक्ट्रॉनिक्स में रुचि रखते थे। वे इसको लेकर शुरुआत से ही स्टडी करते रहे हैं और इंटरनेट के जरिये जानकारी इकट्ठे कर रहे हैं। अमर के पिता गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण में कैशियर के पद पर कार्यरत हैं। अमर कहते हैं कि मेरा ध्यान तो केवल अपनी पढ़ाई पर था। पिछले साल कोरोना की वजह से कई लोगों की नौकरी छूट गई। मुझे लगा कि कुछ पहल करनी चाहिए। उस वक्त कई लोग अपने मन-मुताबिक इनोवेशन कर भी रहे थे। मैंने भी तय किया कि इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़ा ही कोई काम किया जाए।

अमर कहते हैं कि पिछले कुछ सालों में एलईडी बल्ब की मांग बढ़ी है। लोग कई प्रकार के एलईडी बल्ब का उपयोग कर रहे है। इसलिए मैंने तय किया मैं एलईडी बल्ब का बिजनेस करूंगा। इसके बाद मैंने इसको लेकर इंटरनेट के माध्यम से जानकारी ली। प्रैक्टिकल लेवल पर मुझे कम जानकारी थी। इसके लिए मैंने कहीं से इसके बारे में और अधिक जानकारी और बल्ब बनाने की ट्रेनिंग ली। अमर के पिता के दोस्त इलेक्ट्रॉनिक के काम से जुड़े थे। जिन्हे बल्ब बनाने का अच्छा अनुभव था। उनके पिता ने उन्हें अपने दोस्त के पास ट्रेनिंग के लिए भेजा। वहां अमर पांच दिन रहे और बल्ब बनाना सीखा। इसके बाद अपने पिता के दोस्त की मदद से ही दिल्ली से बल्ब बनाने के लिए रॉ मटेरियल भी मंगाया।

अमर ने दिल्ली से रॉ मटेरियल मंगाकर उसका ट्रायल शुरू किया। कुछ मॉडल तैयार कर क्रॉस चेक करने के बाद सितंबर 2020 में प्रोफेशनल लेवल पर काम शुरू किया। इसके लिए हमने घर के एक कमरे में एलईडी बल्ब बनाने की शुरुआत की। इसके बाद कुछ स्थानीय मजदूरों की मदद ली। इसके बाद जीवन प्रकाश इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी रजिस्टर की। शुरुआत में लगभग 2 लाख रुपए खर्च हुए थे। वे घर से बल्ब तैयार करके लोकल मार्केट में और दुकानों के लिए सप्लाई करने लगे।

उसने 9 वाट का एक ऐसा बल्ब बनाया है जो बिजली के साथ बैटरी पर भी चलता है। इस बल्ब की बैटरी लाइफ 4 घंटे की है। उन्होंने इसे सोलर एनर्जी बेस्ड भी बल्ब तैयार किया है ताकि बिजली न रहने पर भी इसका इस्तेमाल हो सके। इस बल्ब को धूप में चार्ज किया जा सकता है। इस बल्ब का आकार एक लालटेन की तरह है जिसकी बैटरी लाइफ 12 घंटे है। इसे कम से कम तीन घंटे तक आसानी से जलाया जा सकता है। वे इसके लिए 6 महीने की वारंटी देते हैं और इसका होलसेल मूल्य 210 रुपए है।

इसके साथ ही उन्होंने एक डेकोरेटिंग लाइट भी बनाई है जो पूरी तरह से वाटर प्रूफ है। इसमें बिजली के झटके का कोई डर नहीं है। साथ ही उन्होंने एक वाईफाई बल्ब बनाया है जिसमें स्पीकर और सेंसर लगा है। इस बल्ब में पांच– छह तरह की लाइट आती है जिसे आप अपने ब्लूटूथ से कनेक्ट कर सकते हैं और गाने बजा सकते हैं। उन्होंने 15 और 20 वाट का बल्ब और ट्यूबलाइट भी बनाई है।

अमर एक दर्जन वैराइटी के बल्ब बना रहे हैं जिनमें सात वाट के बल्ब से लेकर 20 वाट तक के ट्यूबलाइट शामिल हैं। वे अपने 7 वाट और 9 वाट के बल्ब पर एक साल की वारंटी देते हैं। इस बल्ब को डीसी करंट पर जलाया जाता है। इसकी कोटिंग लेड से की गई है और सुरक्षा के लिए रबर की एक और कोटिंग लगी है। बल्ब बनाने के लिए वे स्ट्रिप लेड बल्ब का उपयोग करते हैं जिससे अधिक रौशनी होने के साथ ही बिजली की भी बचत होती है। अमर ऑफलाइन लेवल पर ही मार्केटिंग कर रहे हैं। शुरुआत में वे अलग-अलग दुकानों पर जाकर अपना बल्ब देते थे और बिक्री के बाद उनसे पैसे कलेक्ट करते थे। अब तो कई दुकानदारों ने ही उनसे टाइअप कर लिया है। गोरखपुर के साथ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में वे अपने बनाए बल्ब की सप्लाई कर रहे हैं।

मार्केटिंग के लिए उन्होंने कुछ लोगों को रखा है जो अलग-अलग दुकानों पर बल्ब पहुंचाने और पैसे कलेक्ट करने का काम करते हैं। इसके तहत वे 70 प्रतिशत पैसे एडवांस में ले लेते हैं जबकि बल्ब बिक्री के बाद वे बाकी के 30 प्रतिशत लेते हैं। वे 5 लाख से ज्यादा बल्ब बना चुके हैं और 15 लाख से अधिक का उन्होंने बिजनेस किया है। अब उन्होंने किराए पर कमरा लेकर खुद का ऑफिस भी खोल लिया है। वे अपने बिजनेस को जल्द ही बढ़ाने का काम करेंगे और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए मार्केटिंग करेंगे।