BIHAR
केंद्रीय बजट से बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड को हुआ फायदा, इन स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने की तैयारी
केंद्रीय बजट के प्रावधानों से बिहार के साथ ही झारखंड और उत्तर प्रदेश में रेल सुविधाओं के विकास पर काम किया जाना है। बिहार में पटना और गया से हावड़ा और दिल्ली के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलने की उम्मीद जगी है। इसके अलावा पूर्व मध्य रेल के 10 स्टेशनों को विकसित करने की योजना बनाई गई है और जल्द ही इसपर काम शुरू कर दिया जाएगा। इनमें बिहार के साथ ही झारखंड और उत्तर प्रदेश के भी स्टेशन शामिल हैं। राजेंद्र नगर टर्मिनल, बेगूसराय, बरौनी, गया जंक्शन, मुजफ्फरपुर, सिंगरौली, सीतामढ़ी, दरभंगा, धनबाद एवं पं.दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन को रेलवे लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से विकसित करने की योजना है। बजट ने रेल की इस योजना पर सहमति दे दी है।
इन 10 स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। साथ ही इसे पीपीपी मोड में विकसित किया जाएगा। रेलवे इन स्टेशनों से यात्रा करने वाले यात्रियों से अतिरिक्त राशि की वसूली भी करेगा। यात्रियों को टिकट भाड़े के अतिरिक्त सरचार्ज भी देना पड़ेगा। यह अतिरिक्त राशि कंप्यूटर में ही फीड होगी जो टिकट लेते समय ही काट ली जाएगी। जानकारी के अनुसार पूर्व मध्य रेल के इन स्टेशनों पर विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इन स्टेशनों पर यात्रियों के बैठने के लिए वीआइपी लाउंज से लेकर अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त कैफेटेरिया, मसाज सेंटर, लेडीज-जेंट्स पार्लर, एसी वेटिंग रूम व खाने पीने की व्यवस्था होगी। साथ ही स्टेशन परिसर में ही शापिंग माल की भी व्यवस्था होगी। प्लेटफार्म पर यात्रियों के बैठने के लिए उत्तम क्वालिटी की चेयर व बेहतर शेड बनाए जाएंगे। सीमित संख्या में ही इंट्री व एक्जिट रखी जाएगी। पूर्व मध्य रेल के इन स्टेशनों के विकसित हो जाने के बाद से यात्रियों को यात्रा करने के लिए श्रेणी के हिसाब से अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होगा।
इसमें से सवारी गाड़ी के लिए 10 रुपए, मेल एक्सप्रेस साधारण के लिए 10 रुपए, आरक्षित गैर वातानुकूलित में द्वितीय श्रेणी के लिए 25 रुपए और स्लीपर श्रेणी के लिए 25 रुपए, आरक्षित वातानुकूलित में एसी चेयरकार के लिए 50 रुपए, एसी 3 टायर के लिए 50 रुपए, एसी टू टायर के लिए 50 रुपए, एसी प्रथम श्रेणी के लिए भी 50 रुपए लिए जायेंगे। साथ ही प्लेटफॉर्म टिकट के लिए 10 रुपए लिए जायेंगे।