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एफपीओ के जरिए होगी मार्केटिंग, सीधे किसानों से खरीद सकेंगे मखाना

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भारत सरकार के द्वारा उत्पादों को सही मात्रा में बढ़ावा देने के लिए एक जिला एक उत्पाद नीति की शुरुआत की गई। इस नीति के अंतर्गत नवहट्टा में मखाना और सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में आम उत्पाद को बढ़ाने के लिए दोनो प्रखंडों में फॉर्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन का गठन किया गया। सरकार एफपीओ के माध्यम से उत्पादों को बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता करेगी। साथ ही निर्धारित राशि पर उत्पाद की खरीदारी कर किसानों को लाभ पहुंचाने का प्रयास है। इससे किसान का शोषण रूकेगा और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

मखाना की खेती के लिए कोसी का क्षेत्र काफी समय पहले से ही प्रसिद्ध रहा है, लेकिन नियोजित तरीके से इसकी खेती नहीं हो रही है। एक जिला एक उत्पाद नीति के अंतर्गत इसके लिए जिला का चयन किए जाने पर विभिन्न विभागों के समन्वय से जिले में बड़े पैमाने पर मखाना की खेती शुरू की गई। इसके लिए किसानों को उत्तम किस्म का बीज भी उपलब्ध कराया गया। मखाना की खेती के साथ ही कुटीर उद्योग स्थापित कर मखाना का लावा तैयार किया जाएगा। इसकी पैकिंग कर देशभर में भेजा जाएगा। इससे किसानों को काफी लाभ मिलेगा। इसी तरह की नीति आम उत्पादन के लिए भी अपनाई गई है।

डीएम आनंद शर्मा ने किसान उत्पादक संगठक एफपीओ के माध्यम से किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए किसानों को जागरूक करने का आदेश दिया। इसके लिए कृषि व उससे संबंधित विभागों की टीम का गठन कर दिया गया है। इस टीम को हर एक सप्ताह मंगलवार और गुरूवार के दिन किसानों के बीच जाकर जागरूक करने का निर्देश दिया गया, ताकि बड़ी संख्या में किसान केंद्र सरकार की इस योजना का लाभ ले सकें।

किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से उत्पाद को बढ़ाने के लिए किसानों को आवश्यक चीजें उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही एक बेहतर बाजार की व्यवस्था की जाएगी। पांच वर्षों के लिए की गई इस व्यवस्था से इलाके के किसान को काफी लाभ प्राप्त होगा और साथ ही अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।