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आठ घंटे के ऑपरेशन से रुद्राक्ष बनी बिहार की गुड़िया, घर वालों से मिला साथ

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मनुष्यों ने अपना विकास करते हुए कई आविष्कार भी किए हैं। वर्तमान समय में विज्ञान के क्षेत्र में काफी तरक्की हुई है। इस दौर में कोई भी व्यक्ति अपना पहचान बदल सकता है। ऐसी ही कहानी बिहार के छपरा की एक लड़की की है जिसने अपनी पहचान बदलकर लड़का बनना मंजूर किया जो मेडिकल साइंस के द्वारा सम्भव हुआ है। छपरा के मढौरा प्रखंड के बहुआरा पट्टी गांव के ठाकुरबाड़ी टोले एक लड़की गुड़िया कुमारी ने अपना लिंग चेंज करवाया है।

गुड़िया ने नये जीवन की शुरुआत नये नाम रुद्राक्ष से की है। गुड़िया का जन्म बहुआरा पट्टी में हुआ उसके बाद से ही उसके शौक बिल्कुल लड़कों जैसे थे। उसका लड़कों के साथ पढ़ने जाना, लड़कों के जैसा बाल रखना, लड़को जैसे कपड़े पहनना उसे अच्छा लगता था। कोई उसे बेटा कहकर पुकारता तो उसे अच्छा लगता था।

उसने अपनी शुरुआती पढ़ाई उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिसवां से की और आठवीं से मैट्रिक तक कि पढ़ाई राष्ट्रीय उच्च विद्यालय रामपुर से पूरी की। 10वीं की पढ़ाई के बाद इंटर की पढ़ाई के लिए उसने संजय गांधी इंटर कॉलेज नगरा में नामांकन कराया और अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई जेपीएम से की। फिलहाल वे हरियाणा से बी फार्मा की पढ़ाई कर रही है। गुड़िया परिवार में सबसे बड़ी थी, उसके शादी की चर्चा होने लगी तो वह बार-बार परिजनों से शादी के लिये इनकार करती रहती। बाद में उसने परिजनों को बताई कि वह लड़का बनना चाहती है।

परिजनों के उसकी बात सुनते ही होश उड़ गये। करीब 1 वर्षो तक दिल्ली में उपचार के बाद दिसम्बर में ऑपरेशन के माध्यम से लिंग चेंज हुआ। गुड़िया बताती हैं कि रुद्राक्ष तक के सफर में उसे परिवार वालो के गुस्से का शिकार होना पड़ा।

गुड़िया ने बताया कि उसके पापा उसे बहुत प्यार करते थे जिससे उन्हें उसके जिद के आगे झुकना पड़ा। उसने गुड़िया की शादी के लिये रखे पैसे और कुछ लोन के पैसे से उसका ऑपरेशन कराया और लड़की से लड़के बनाने में उन्होंने अपनी अहम भूमिका निभाई। 27 दिसम्बर 2021 को दिल्ली में उनका ऑपरेशन हुआ जो कुल 8 घंटों तक चला और तकरीबन एक सप्ताह के बाद से वह खुद से सब कुछ करने लगी। गुड़िया बहुत पहले छपरा के एक निजी अस्पताल में काम करती थी जहां के लोग भी गुड़िया के इस रूप को देखकर हैरान हैं।