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अमेरिकन बैंक की जॉब छोड़ दिया UPSC Exam, 1st अटेम्प्ट में प्रीलिम्स भी नहीं निकला; फिर ऐसे बनीं टॉपर

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अक्सर बोला जाता है कि कड़ी परिश्रम करने वालों की कभी हार नहीं होती तथा कामयाबी मिलती है। उत्तराखंड के रुड़की जिले के मोहितपुर गांव की निवासी सदफ चौधरी ने ऐसा ही उदाहरण पेश किया एवं दो वर्ष की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने UPSC की सिविल सर्विस परिक्षा में सफलता प्राप्त की। सदफ ने 23वीं रैंक प्राप्त की एवं IFS ऑफिसर अफसर बनने में कामयाब रहीं।

उत्तराखंड के रुड़की की रहने वाली सदफ चौधरी की आरंभिक शिक्षा ALAS अमरोहा से हुई। वह हाईस्कूल की एग्जाम में जिला टॉपर रहीं तथा 12वीं की एग्जाम में 91 प्रतिशत अंकों के सहित पास हुईं। वर्ष 2010 में 10वीं तथा वर्ष 2012 में 12वीं पास कर उन्होंने JEE मेन्स का एग्जाम दिया। इसके बाद उनका सिलेक्शन नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (NIT) जालंधर में हो गया। वर्ष 2016 में केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने दो वर्ष तक एक अमेरिकन बैंक के सहित कार्य किया।

बैंक की नौकरी छोड़ आरंभ की UPSC की प्रिपरेशन सदफ चौधरी ने वर्ष 2018 में अमेरिकन बैंक की जॉब छोड़ दी और UPSC परिक्षा की प्रिपरेशन करने का निर्णय लिया। सदफ ने बिना किसी कोचिंग के खुद ही UPSC परिक्षा की तैयारी आरंभ की। उसके बाद उन्होंने अपना अधिकतर वक्त किताबों के सहित बिताया तथा कड़ी मेहनत की

सेल्फ स्टडी के बाद सदफ चौधरी ने वर्ष 2019 में पहली बार सिविल सेवा की परीक्षा दी, परंतु पहले अटेम्प्ट में सफलता नहीं प्राप्त हुई और वह प्रीलिम्स भी नहीं निकाल पाईं। नाकामयाबी के बाद भी वह निराश नहीं हुईं तथा उन्होंने अपनी प्रिपरेशन को और मजबूत बनाने की ठान ली। पहले प्रयास में मिली असफलता को सदफ चौधरी ने एक सीख के रूप में लेने का निर्णय किया तथा अगले अटेम्प्ट में UPSC परीक्षा को पास करने के हेतु साहस को दोगुना कर दिया। उसके बाद सदफ ने UPSC एग्जाम 2020 में 23वीं रैंक प्राप्त की और इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) ऑफिसर बनने में सफल रहीं।

UPSC पाठशाला की रिपोर्ट के मुताबिक, सदफ चौधरी जब सिविल सर्विस एग्जाम की प्रिपरेशन कर रही थीं, तब उन्होंने लोगों से मिलना बंद कर दिया था सिर्फ अपनी पढ़ाई पर फोकस करती थीं। सदफ का कहना है कि एग्जाम की तैयारी में सबको कुछ न कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है एवं जब आप छोटे नगर में रह रहे हों जहां पढ़ने के लिए रिसोर्सेज नहीं हो तथा उतना गाइडेंस नहीं मिल पाए तो परेशानी अधिक होती है।

सदफ चौधरी का मानना है कि UPSC एग्जाम की प्रिपरेशन से पहले पढ़ाई की प्लानिंग करना बहुत आवायक है और उसके हेतु खुद के साथ ईमानदार होना पड़ता है। एक सब्जेक्ट की पढ़ाई के लिए 10 किताबों के बजाय एक जगह से पढ़ें तथा अपने नोट्स तैयार करिए। उसके बाद इसे रिवाइज करते रहें।