BIHAR
बिहार के इस अस्पताल में इन बीमारियों का होगा नि:शुल्क इलाज, भर्ती होने से लेकर जांच तक का खर्च उठाएगी सरकार

जन्मज बीमारियों से ग्रासगित बच्चों का IGIMS में अब पूरे तरीके से नि:शुल्क उपचार होगा। यह उपचार राष्ट्रीय बाल सुरक्षा प्रोग्राम के अंतर्गत होगा। उसके अंतर्गत हृदय रोग, लिवर, न्यूरोलॉजी- न्यूरो सर्जरी, कैंसर, किडनी, टेढ़ा जबड़ा, कटे होंठ, टेढ़े हाथ-पैर सहित अन्य सारे रोग उसमे सम्मिलित होगी। बुधवार को हॉस्पिटल सुपरिंटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल की अध्यक्षता में IGIMS के श्रेष्ठ चिकित्सकों व आरबीएसके के मुख्य पदाधिकारियों की मीटिंग हुई।
सुपरिंटेंडेंट ने कहा कि बुधवार को भिन्न-भिन्न बीमारियों का क्लासिफिकेशन किया गया। उसमें एडमिट होने से लेकर जांच, सर्जरी, दवाइयों पर खर्च से लेकर अन्य उपकरणों के खर्च का नगणना किया गया। उसके मुताबिक उस रोगों में राशि रखने का व्यवस्था किया गया। उसके हेतु राशि आरबीएसके के अंतर्गत प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कई रोगों में उपचार का खर्च से बहुत कम शुक्ल अलॉट की गई है।

इस वजह से कई बार उपचार में दिक्कतें होती है। ऐसी दिक्कतें बच्चों के उपचार में ना हो उसके हेतु अलग से राशि का व्यवस्था किया गया है। उससे पीड़ित बच्चों के माता-पिता का एक पैसा भी उनके जेब से खर्च नहीं होगा। बुधवार को हुई मीटिंग में डॉ. नीरू गोयल, डॉ. समरेंद्र सिंह, डॉ. प्रियंका, डॉ. रवि विष्णु, डॉ. तुषार, डॉ. दिनेश सिन्हा, डॉ. आलोक रंजन, डॉ रिचा माधवी, डॉ. रितेश रून्नू, डॉ. विनित, समेत जन औषधि एवं अमृत दवा दुकान के संचालक सम्मिलित थे।
