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क्रिकेटर उमरान मलिक की अनसुनी कहानी, पढ़ाई में नहीं लगता था मन, साथ मे देखें फैमिली फोटो
आईपीएल 2022 में अपनी तेज गेंदबाजी से युवा उमरान मलिक ने बल्लेबाजों को भयभीत किया, वहीं चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा। टीम इंडिया में टी-20 और वनडे डेब्यू के बाद से ही उमरान अपनी तेजतर्रार गेंदबाजी के चलते चर्चा में बने हुए हैं। जम्मू कश्मीर के रहने वाले उमरान मलिक के लाइफ से जुड़े बेहद रोचक और प्रेरणादायक किस्सों को बताने जा रहे हैं।
बता दें कि उमरान मलिक जन्म 22 नवंबर, 1999 को जम्मू के गुर्जर नगर में हुआ। पिता अब्दुल रशीद की फल की दुकान है। इनकी मां गृहणी है। उमरान की दो बहनें है। इमरान को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का काफी शौक था पर 17 साल की उम्र तक कोई क्रिकेट की ट्रेनिंग नहीं ली। बचपन में गुज्जरनगर मोहल्ले में टेनिस बहुत से काफी क्रिकेट के मैच होते थे। उमरान पढ़ाई लिखाई में इतने अच्छे नहीं थे, मैट्रिक बाद अकादमी ज्वाइन कर क्रिकेट के गुर सिखना शुरू कर दिया।
अकादमी के हेड रणधीर सिंह मिन्हास ने जब इनकी गेंदबाज़ी स्पीड देखें तो काफी प्रभावित हुए फिर ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया।इनके कोच रणधीर सिंह कहते है कि उमरान बेहद आलसी था खेल के प्रति स्वाभाविक प्रतिभा के बाद भी अधिक मेहनत नहीं करता था। पापा और कोच हमेशा क्रिकेट पर फोकस करने को कहते रहते थे।
उमरान जब अंडर-19 ट्रायल देना चाहते थे तब इनके पास स्पाइक के जूत्ते नहीं थे, उन्होंने पहले जूत्ते ख़रीदे फिर ट्रायल में गेंदबाज़ी रफ्तार से चयनकर्ता प्रभावित होकर इनका चयन किया। टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलने के वजह से उमरान की गेंदबाज़ी स्पीड तो काफी स्पीड हो गयी थी।