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खेसारी लाल के सफलता की कहानी, खेसारी गरीबी को पीछे छोड़ बने भोजपुरी स्टार, देखें तस्वीरें।
भोजपुरी जगत के सुपरस्टार सिंगर-एक्टर खेसारी लाल यादव काफी संघर्षों के बाद आज इस मुकाम पर हैं। सात भाईयों में सबसे बड़े खेसारी की शादी जल्दी हो गई थी। उस समय कीर्तन गाया करते थे। खेसारी बताते हैं कि उनकी शादी गुरबत के दिनों में हुई थी। उन्होंने बताया था कि एक वक्त ऐसा भी था जब बेटी की शादी के लिए ससुर को भैंस बेचनी पड़ी थी।
खेसारी लाल गुजरे समय को याद करते हुए कहते हैं कि उन दोनों स्थिति यह थी कि मेरे पास सेहरा बांधने तक के पैसे नहीं थे। मैं कोई बड़ी ऐसी काम नहीं करता था लिहाजा मेरी शादी 11 हजार रुपए में फिक्स हुई थी।
खेसारी की तरह उनके ससुर की भी आर्थिक स्थिति चरमराई हुई थी। खेसारी ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके ससुर ने उनका सूट सिलवाने के लिए चार भैंस बैच दी थी। उस वक्त उनके ससुर ने उनसे कहा कि तुम्हारा सूट सिलवाने के लिए 4 भैंस बेचें हैं बाबू।
खेसारी लाल की मानें तो उनके पिता दहेज प्रथा के पक्षधर नहीं थे। उनके पिता उनके ससुर दोनों ही निर्धन थे। खेसारी बताते हैं कि उनके सातो भाइयों की शादी में किसी ने दहेज नहीं लिया। उन्होंने भी दहेज नहीं लिया था केवल से उनके पापा ने यह जरूर कहा था कि हमारे बारातियों का स्वागत अच्छे ढंग से कीजिएगा। उस समय खेसारी के पिता चना बेचते थे।
बता दें कि 11 जून 2006 को खेसारी लाल ने चंदा देवी से शादी की थी जिससे उनका एक बेटा ऋषभ और एक बेटी कृति है। खेसारी अपनी फिल्मों के सेट पर बच्चों को लेकर जाते रहते हैं। खेसारी के संघर्ष में उनकी वाइफ का काफी अधिक साथ मिला। दिल्ली में खेसारी के साथ लिट्टी-चोखा बेचने में मदद करती थी। दोनों ने एक साथ गरीबों के दिनों को पार कर आज इतनी बड़ी सफलता की बुलंदियों पर है।