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भय के साए में बीता बचपन, मजबूर होकर छोड़ा देश, ऐसी है राशिद खान की कहानी…
राशिद खान, वह नाम जिन्होंने अपनी फिरकी गेंदबाजी से दुनिया भर में करामात मचाया है। राशिद उन चुनिंदा क्रिकेटरों में शामिल है जो दुनिया भर की क्रिकेट लीग में अपना जलवा बिखेर चुके हैं। राशिद खान के चाहने वाले अफगानिस्तान ही नहीं पूरे वर्ल्ड में मौजूद हैं। भले ही राशिद आज स्टार क्रिकेटर बन गए हो लेकिन उन्होंने काफी संघर्ष देखा है। रिफ्यूजी के रूप में अपना बचपन गुजारने वाले इस क्रिकेटर की स्टोरी हर किसी को पढ़नी चाहिए।
राशिद खान भारत को अपना दूसरा घर बताते हैं। आतंक के साए में बचपन गुजारने वाले इस खिलाड़ी की फिरकी में आज दुनिया का बड़ा से बड़ा बल्लेबाज घूमता नजर आता है लेकिन इस 24 वर्षीय खिलाड़ी को कभी समय के करवट ने मात देने की कोशिश की मगर राशिद को मालूम था कि अगर आज हालात से समझौता किया तो जिंदगी समझौतों संग गुजर जाएगी। आज अपनी प्रतिभा के बदौलत उन्होंने ऐसा कीर्तिमान गढ़ा कि जो हर किसी की जुबान पर चर्चा का केंद्र बन गया है।
20 सितंबर 1988 को अफगानिस्तान के नांगरहार में जन्मे राशिद खान दस भाई-बहन है। जब राशिद बच्चे थे, तब अफगानिस्तानी में गृहयुद्ध हो रहा था। लिहाजा राशिद की फैमिली अपने देश छोड़ पाकिस्तान आ गई और वहां कुछ वर्षों तक रहे थे।
गृह युद्ध खत्म होते ही उनकी फैमिली फिर स्वदेश लौट आई, जहां राशिद ने अपना सामान्य जीवन और स्कूलिंग शुरू की। बता दें राशिद के पांचों बड़े भाई क्रिकेट खेलते हैं। राशिद का मुल्क कोई धनवान नहीं हैं, परिवार की वित्तीय हालात भी सामान्य ही रहा। फैमिली की छोटी सी बिजनेस है।
राशिद ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि वे बड़े भाइयों के साथ क्रिकेट खेलते हुए हमेशा दबाव में रहते थे, जिस वजह से आज प्रेशर हैंडल करना उन्हें भलीभांति मालूम हैं। यह अफगानी क्रिकेटर विराट कोहली और शाहिद अफरीदी को अपना रोल मॉडल मानता है। राशिद अपनी गेंदबाजी एक्शन में भी शाहिद अफरीदी को कॉपी करते नजर आते हैं।
आईपीएल ऑक्शन ने राशिद खान की किस्मत चमका दी और वे करोड़पति बन गए। 50 लाख के बेस प्राइस वाले राशिद को नीलामी में 4 करोड़ रुपए की कीमत मिली। आईपीएल 2018 के लिए हुई बोली में उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने 9 करोड़ देकर अपने बेड़े में शामिल किया। वहीं, पिछले साल यानी 2022 में गुजरात टाइटंस ने राशिद को 15 करोड़ की भारी-भरकम राशि खर्च कर अपनी टीम में शामिल किया।
बता दें कि राशिद खान के नाम सबसे कम उम्र (19 साल 159 दिन) में कप्तान बनने का रिकॉर्ड हैं। उन्होंने इस मामले में बरमूडा के रोडनी ट्रॉट (20 वर्ष 332 दिन) का रिकॉर्ड तोड़ा। राशिद ने सबसे कम उम्र में वनडे रैंकिंग में नंबर वन गेंदबाज बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उन्होंने इस मामले में पाकिस्तान के सकलैन मुश्ताक का रिकॉर्ड तोड़ा। राशिद के नाम एकदिवसीय मैच में सबसे तेज 100 विकेट लेने का बड़ा रिकॉर्ड दर्ज है।