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टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की कहानी, ‘मिस्टर भरोसेमंद’ और ‘द वॉल’ के नाम से है मशहूर..
टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को क्रिकेट इतिहास में ‘मिस्टर भरोसेमंद’ और ‘द वॉल’ के नाम से जाना जाता है। द्रविड़ ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से कई बड़े रिकार्ड्स बनाए हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 24,177 रन बनाए हैं।
11 जनवरी 1973 को इंदौर (मध्य प्रदेश) के मराठी ब्राह्मण परिवार में जन्मे द्राविड़ की फैमिली बाद में बैंगलोर शिफ्ट हो गई। द्रविड़ के पिताजी शरद द्रविड़ जैम और प्रिजर्व निर्माण कंपनी में कार्यरत थे और माता पुष्पा, यूनिवर्सिटी विश्वेश्वरैया कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, बैंगलोर में वास्तुकला विषय की प्रोफेसर थीं। द्रविड़ के छोटे भाई का नाम विजय है।
द्रविड़ ने स्कूली पढ़ाई सेंट जोसेफ बॉयज़ हाई स्कूल, बैंगलोर में की। वहीं सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स, बैंगलोर से वाणिज्य संकाय में पढ़ाई कंप्लीट की। एमबीए की पढ़ाई के दौरान नेशनल टीम में सेलेक्ट हो गए थे। 12 साल की उम्र में क्रिकेट शुरू कर देने वाले द्रविड़ ने अंडर -15, अंडर -17 और अंडर -19 स्तरों पर कर्नाटक टीम की अगुवाई की।
बता दें कि द्रविड़ ने 3 अप्रैल 1996 को टीम इंडिया के लिए पहला वनडे और इसी वर्ष 20 जून को पहला टेस्ट मुकाबला खेला। राहुल 16 सालों तक टीम इंडिया का हिस्सा रहे है। वहीं, उन्होंने साल 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
द्रविड़ ने 16 साल के क्रिकेट करियर में 164 टेस्ट मैच में 52.31 की औसत से 13,288 रन बनाए हैं। उन्होंने 36 शतक और 60 अर्धशतक जड़ा। जिसमें उन्होंने तीसरे नंबर पर बैटिंग करते हुए 28 शतक जमाए। टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट में 10 हजार या इससे अधिक रन बनाने का बड़ा रिकॉर्ड द्रविड़ के नाम दर्ज है। टेस्ट में हुए मास्टर ब्लास्टर के बाद सबसे अधिक रन बनाने वाले वर्ल्ड के पहले बल्लेबाज हैं, जबकि एकदिवसीय क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने वाले सचिन और सौरव गांगुली के बाद तीसरे भारतीय बैट्समैन हैं।
द्रविड़ को क्रिकेट का दीवार कहा जाता है। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक गेंदें खेलने का रिकॉर्ड है। द्रविड़ ने अपने 16 साल के करियर में 31,258 गेंदों का सामना किया और टोटल 736 घंटे क्रीज पर गुजारे। किसी भी परिस्थिति में हर टीम के खिलाफ रन बनाने की अद्भुत कला द्रविड़ के पास थी। द्रविड़ दुनिया के पहले बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली विश्व की सभी 10 टीमों के विरुद्ध शतक जमाया।