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मोहम्मद शमी की इनसाइड स्टोरी, किसान का बेटा से स्टार गेंदबाज बनने तक का सफर..

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टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर क्रिकेट बिरादरी में खास पहचान बनाई है। शमी ने गेंदबाजी के बदौलत टीम इंडिया को कई मैच जिताए हैं।

शमी को वनडे और टी-20 क्रिकेट में अधिक मौका नहीं मिलता है मगर टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी के सरताज कहे जाते हैं। तकरीबन 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले शमी के सामने अच्छे-अच्छे बल्लेबाज आत्मसमर्पण कर देते हैं।

बता दें कि शमी का जन्म 9 मार्च 1990 को अमरोहा (यूपी) में हुआ था। शमी के पिताजी ने उन्हें खूब प्रेरित किया था। पिता तौसीफ अली एक किसान थे और मां अंजुम आरा है। शमी तीन भाई और एक बहन है। पत्नी हसीन जहां उन्हें छोड़ चुकी है। शमी इन दिनों सिंगल लाइफ गुजार रहे हैं।

बता दें कि शमी को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। शुरुआती दिनों में पिता खेलने के लिए प्रेरित करते थे। पिता ही थे जिन्होंने शमी की तेज गेंदबाजी की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें मुरादाबाद के क्रिकेट एकेडमी बदरुद्दीन सिद्दीकी के यहां ले गए। यहां पर उन्होंने ट्रेनिंग ली। शमी ने 6 जनवरी 2013 को पाकिस्तान के विरुद्ध वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया।

उसके बाद से ही उन्होंने अपने गेंदबाजी के दम टीम इंडिया में जगह बनाए रखा। इस स्टार गेंदबाज ने कई सारे रिकॉर्ड तोड़े और चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी और खींचा। शमी ने 6 नवंबर 2013 को टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज के विरुद्ध डेब्यू किया, उसी मैच में उन्होंने शानदार 9 विकेट चटकाए थे। 21 मार्च 2014 को शमी ने पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू मैच खेला और उस मैच में उन्होंने कातिलाना गेंदबाजी की थी।