BIHAR
बिहार की 3 बेटियों ने रग्बी में देश को मेडल दिलाने में निभाई अपनी भूमिका, उज्बेकिस्तान में लहराया तिरंगा।
नवादा वारिसलीगंज की बेटी आरती सहित बिहार की 3 बेटियों द्वारा इंटरनेशनल रग्बी खेल टूर्नामेंट में कमाल कर दिखाया है। इंडियन रग्बी टीम को उज्बेकिस्तान में नियोजित हो रही अंडर 20 एशियन चैंपियनशिप कंपीटीशन में सिल्वर मेडल दिलाने में कामयाब रही। उज्बेकिस्तान में 5 और 6 नवंबर को नियोजित अंडर 20 महिला चैंपियनशिप में नवादा की आरती के अतिरिक्त नालंदा की धर्मशिला एवं मुजफ्फरपुर की सपना ने इंडियन फीमेल टीम की ओर से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन करते हुए इंडियन टीम को सिल्वर पदक दिला कर इंडिया के साथ ही पूर वर्ल्ड में अपने जन्म स्थान के सहित शिव बिहार के नाम को रोशन किया है।
कह दें कि एक किसान घर में जन्मी आरती पढ़ाई के सहित वक्त मिलने पर खेतों एवं खलिहान में खेल की प्रैक्टिस करते हुए पहली बार 18 और 19 वर्ष की आयु में इंडियन रग्बी टीम का भाग बनकर देश को कई मेडल दिला चुकी है। उससे पहले 2021 में ताशकंद में नियोजित अंडर 18 बालिका एशियन रग्बी प्रतियोगिता में इंडिया के ओर से खेलते हुए आरती ने देश को रजत मेडल दिलाने में कामयाब रही थी। एवं अब 20 साल की आयु पूरा करने के उपरांत एक बार फिर इंडियन फीमेल रग्बी टीम के पार्टिसिपेंट बनकर वर्ल्ड लेवल रग्बी चैंपियनशिप में परचम लहराने में कामयाब रही।
आरती सहित बिहार की 3 उदीयमान बेटियां के बदौलत इंडिया को सिल्वर मेडल मिलने की इन्फॉर्मेशन के उपरांत क्षेत्र निवासियों में उत्साह का माहोल है। बचपन से ही खेलकूद में रूचि थी आरती : किसान घर में जन्मी नवादा जिले के वारिसलीगंज पटेल नगर वासी संजय कुमार एवं ग्रृहणी मंजू देवी की बेटी आरती कुमारी पढ़ाई के सहित समय मिलने पर खेतों तथा खलिहान में खेल का प्रैक्टिस करते हुए 19 साल की आयु में इंडियन रग्बी टीम की पार्टिसिपेंट बनी।
पकरीबरावां के ओरानी गांव में पली-बढ़ी 20 साल की आरती की 10वीं तक की पढ़ाई कोंनपुर हाईस्कूल से पूर्ण हुई थी। किसान पिता द्वारा बताया गया कि सबसे छोटी बेटी आरती बचपन से ही पढ़ाई के सहित खेलकूद में बेहद अच्छी थी। यही वजह है कि प्रखंड जिला व राज्य के कई टूर्नामेंट में कामयाबी हासिल किया है। कहा गया कि आरती को बचपन से ही रग्बी खेल की ओर अट्रैक्शन देखकर परिवार वालों का भरपूर सहायता मिलता रहा है।