Connect with us

MOTIVATIONAL

9 दिन पहले ही UPSC सिविल सर्विसेज में हुआ था चयन, अब पीसीएस में 16वीं रैंक लाकर बने SDM

Published

on

WhatsApp

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2021 में अरनव मिश्रा ने 16वीं रैंक हासिल की है। इस परीक्षा में सफल होने के बाद उनका चयन उपजिलाधिकारी के पद पर हुआ है। अरनव मिश्रा रायबरेली के बेलीगंज के रहने वाले हैं। कुछ दिन पहले ही उनका चयन यूपीएससी परीक्षा 2021 में हुआ था। 10 अक्टूबर के दिन यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ था। इसके रिजर्व लिस्ट में उनका भी नाम था। देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता प्राप्त कर अपनी योग्यता का परिचय दिया है। अरनव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट पीटर्स स्कूल और एसजेएस से पूरी की थी।

आईआईटी जोधपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद अरनव ने कुछ समय तक नौकरी भी की। परंतु वह प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने की तैयारी की।
उनकी बड़ी बहन आरुषि मिश्रा भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी हैं। उन्होंने अरनव को काफी प्रेरित किया। अर्णव ने बताया कि कड़ी मेहनत, लगन और परिवार के माहौल की मदद से उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल किया है।

अरनव के पिता अजय मिश्रा एक वकील है और उनकी मां नीता मिश्रा है। अरनव ने अपनी इस सफलता के श्रेय अपने माता-पिता के अलावा बड़ी बहन और बहनोई के कुशल मार्गदर्शन, परिवार के सहयोग और शिक्षकों को देते हैं। इसके पूर्व अरनव की बड़ी बहन आरुषि मिश्रा ने भी भारतीय प्रशासनिक सेवा ,भारतीय वन सेवा और उत्तर प्रदेश लोक सेवा में भी जिले का नाम रोशन किया था।

अरनव के बहनोई चर्चित गौड़ भी एक आईएएस ऑफिसर हैं। अरनव के शिक्षक सेंट पीटर्स स्कूल के अध्यापक पवन अग्निहोत्री का कहना है कि उनके विद्यालय की केमिस्ट्री की शिक्षिका नीता मिश्रा के बच्चे आरुषि और अरनव बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छे थे। इन्होंने हमेशा स्कूल की परीक्षाओं में भी उच्च अंक हासिल किए थे। उसी मेहनत के बदौलत आज इन दोनों को यह उच्च मुकाम हासिल हुआ है।

अरनव की बहन आरुषि ने भी आईएएस, भारतीय वन सेवा और उत्तर प्रदेश लोक सेवा में चयनित होकर जिले का नाम रोशन किया था। आरुषि और उसके पति चर्चित गौड़ भी उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस ऑफिसर हैं। आरुषि ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2019 में 229 वी रैंक हासिल की थी। इससे पूर्व उन्होंने भारतीय वन सेवा परीक्षा-2018 में द्वितीय रैंक हासिल कर अपने जिले का नाम रौशन कर चुकी हैं। उत्तर प्रदेश पीसीएस परीक्षा वर्ष 2017 में डिप्टी एसपी के पद पर भी उनका चयन हुआ था।