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लॉकडाउन ने दिखाई राह, घर में मशीन लगा उद्यमी बनीं सास-बहू, कर रहीं बंपर कमाई।

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हालाकि सास-बहू का रिश्ता प्यार एवं तकरार वाला माना जाता है, परंतु एक ऐसी सास-बहू की जोड़ी है जो व्यवसाय के रूप में फेमस हैं। जिले के एक गांव में सास-बहू की जोड़ी उद्यमशील बनकर फैमिली के फाइनेंशियल कंडीशन मजबूती दे रही हैं। आत्मावलंबी इंडिया और इंडिपेंडेंट के नारे को भी बढ़ावा दे रही हैं। कोरोना माहामारी मे जब परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई तब बहू ने यूट्यूब से प्रशिक्षण लेकर कप तथा प्लेट तैयार करने वाली मशीन लगाई तथा एंटरपेन्योर बन गई। अब प्रत्येक माह हजारों की इनकम कर सास बहू जहां परिवार वालो को फाइनेंशियल सपोर्ट करते हुए बाकी महिलाओं के हेतु प्रेरणा बन गई हैं।

जमुई जिले के गिद्धौर ब्लॉक के सेवा गांव की निवासी इस सास-बहू की जोड़ी इंडिपेंटेड इंडिया अभियान को बल देते हुए अत्मनिर्भता के हेतु मिशाल बन गई हैं। गवर्मेंट प्लान का लाभ उठा कर सास-बहू ने मशीन लगवा कर एंटरपेन्योर बनकर कप तथा प्लेट बना रही हैं। दोनों महिलाएं उद्यमी बनकर परिवार को फाइनेशियल सपोर्ट दे रही हैं। हालाकि सास अनिता देवी तथा बहू पिंकी कुमारी एवं पूरे परिवार की फाइनेशियल सिचुएशन कोरोना माहामारी में लॉकडाउन लगने से बिगड़ गई थी तो परिवार के मर्द बेरोजगार हो घर बैठ गए थे। घर में बहुत दिक्कतें हो रही थी , तब ग्रेजुएट बहू ने इंटरनेट का सहायता लिया एवं फिर यूट्यूब से एंटरपेन्योर बनने की इन्फॉर्मेशन ली।

आपको काह दें कि सास-बहू को इंटरनेट के ज़रिए से ही कप-प्लेट तैयार करने वाली मशीन लगाने का विचार आया तथा फिर इंटरनेट से ही प्रशिक्षण लेते हुए गवर्मेंट की जीविका योजना के अंतर्गत लोन लेकर कप प्लेट तैयार करने वाली मशीन खरीद ली तथा घर में ही मशीन को लगाकर स्वयं ही कप प्लेट बनाना बनाना आरंभ कर दिया। सास बहू दोनों ने एक सहित मिल जुल कर इस कार्य को करके लगी, जिसका परीणाम है कि उनके घर में बनाए गए कप प्लेट जमुई ही नहीं दूसरे जिलों तक जाते है, तथा प्रत्येक माह हजारों की कमाई भी हो रही है। बहू पिंकी कुमारी ने बताया है कि लॉक डाउन के वजह से जब पति तथा ससुर की कमाई बंद हो गई थी, तो यूट्यूब से उसके बारे में सुचना मिली, घर बैठकर पैसे इनकम करने के हेतु जीविका से लोन लेकर मशीन खरीदी एवं इंटरनेट पर ही प्रशिक्षण ली, फिर कप प्लेट तैयार करना आरंभ कर दिया। प्रत्येक माह 12 से 14 हजार की कमाई हो जाती है, उससे परिवार की दिक्कतें दूर हो गई हैं।

पिंकी के ससुर शालिग्राम साव द्वारा कहा गया कि पहले वह ट्रेन में मूंगफली बेचा करते थे , लॉक डाउन में जब ट्रेन परिचालित होना बंद हो गई। तो कमाई का माध्यम भी समाप्त हो गया। उससे परिवार चलाने में मुश्किल हो गई थी, तब पढ़ी लिखी बहू ने इंटरनेट से यह सब सीख लिया, मशीन खरीद कर कप प्लेट तैयार करने लगी। अब पत्नी तथा बहू घर मे कप प्लेट तैयार करती है और मैं और बेटा उसे थोक विक्रेताओं के पास सप्लाई करते हैं।