BIHAR
भागलपुर के भोलानाथ फ्लाईओवर के निर्माण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में में आई तेजी, जाने कब तक पूरा होगा निर्माण।
अगले वर्ष के फरवरी महीने में भोलानाथ फ्लाइओवर के निर्माण की शुरुआत होगी। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के अधिकारी के अनुसार मई 2024 तक फ्लाइओवर पर गाड़ियां फर्राटा भरने लगेगी। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक से मंजूरी मिलते ही भोलानाथ फ्लाइओवर के निर्माण में उत्पन्न समस्याओं को दूर किया गया।
इसके पश्चात सोमवार के दिन फ्लाइओवर का टेंडर जारी किया गया और इसके लिए 10 अक्टूबर तक का समय निर्धारित किया गया है। 14 अक्टूबर के दिन टेंडर का तकनीकी बिड खुलेगा और इसमें सफल ठीकेदार का वित्तीय बिड खोला जाएगा। इस फ्लाईओवर का निर्माण मिरजानहाट शीतला स्थान चौक से भीखनपुर गुमटी नंबर तीन के बीच 1390 मीटर की लंबाई में किया जाएगा जिसके लिए 137 करोड़ का बजट तैयार किया गया है। इस फ्लाइओवर के बीच में 3.75 मीटर के 60 से अधिक पायों का निर्माण होगा।
फ्लाइओवर के ऊपर और नीचे रोशनी की व्यवस्था की जाएगी जिसके लिए सोलर लाइट को लगाया जाएगा। विभागीय अधिकारी के अनुसार रविवार के दिन सर्वे का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। निर्माण कार्य की शुरुआत से पूर्व अतिक्रमण हटाने और भू-अर्जन की कार्रवाई की जाएगी।
खंभे के साथ बिजली तारों को शिफ्टिंग का कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फ्लाइओवर निर्माण के लिए 12.5 मीटर चौड़ी जगह चाहिए। 12 से 14 जगहों में काफी कम भू-अर्जन की जरूरत होगी। इसके दूरी में वृद्धि होकर 1390 मीटर लंबा और राशि में वृद्धि होकर 137 करोड़ रूपए हो गया है। डिक्शन मोड़ के पास और इशाकचक में फ्लाइओवर के सर्विस रोड का नहीं होगा। परंतु इस मामले पर विचार किया जाएगा।
भोलानाथ से 7.5 मीटर ऊंचा फ्लाइओवर 8.5 मीटर चौड़ाई में टू लेन सड़क का निर्माण होगा। इसके निर्माण के लिए राशि का आवंटन होते ही भू-अर्जन की कार्रवाई शुरू होगी। अतिक्रमणकारियों को कोई मुआवजा नहीं दिया जाएगा। भोलानाथ फ्लाइओवर की लंबाई 1240 मीटर से वृद्धि होकर 1390 मीटर हो गया है। इसमें इशाकचक और डिक्शन मोड़ के पास सर्विस रोड को शामिल नहीं किया गया है। भविष्य में आवश्यकता अनुसार सर्विस रोड के निर्माण पर विचार किया जाएगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए इशाकचक के पास इसके लिए विकल्प को खुला रखा जाएगा। अगले वर्ष जनवरी–फरवरी महीने में इसके निर्माण कार्य की शुरुआत होगी जिसे मई 2024 तक पूर्ण करने का समय निर्धारित किया गया है।