BIHAR
बिहार में देश का दूसरा सबसे लंबा स्टील ब्रिज बना गांधी सेतु; गडकरी-नीतीश ने किया उद्घाटन
35 वर्ष तक देश का सबसे लंबा ब्रिज महत्त्व पाने वाला महात्मा गांधी सेतु ने एक बार फिर पूर्ववृत्तांत हुआ है। आज से वह देश का दूसरा सबसे लंबा स्टील पुल बन गया है। सेंट्रल मिनिस्टर नितिन गडकरी एवं CM नीतीश ने पुल के पूर्वी लेन का शुभारंभ किया। यह पुल पटना के रास्ते होते हुए उत्तर बिहार के लिए लाइफ लाइन होगा, अब 15 मिनट में पटना से वैशाली की डिस्टेंस तय हो जाएगी। उधर, प्रोग्राम में नेता सदृश तेजस्वी यादव को नहीं आमंत्रित करने पर राजद नाखुश है।
देश में 35 वर्षो तक सबसे लंबा सेतु रहा महात्मा गांधी सेतु का पूर्वी लेन 5 वर्ष बाद निर्माण होकर तैयार हो गया है। आज से इन पुल पर जम लगना आरंभ हो गया है। इसे सीमेंटेड की स्थान से स्टील से निर्माण किया गया है। अब 15 मिनट में पटना से वैशाली की डिस्टेंस तय की जाएगी। पटना-हाजीपुर को कनेक्ट करने वाले महात्मा गांधी पुल का लंबा इतिवृत है।
5.75 किमी लंबा पुल अब भी देश का दूसरा सबसे लंबा स्टील ब्रिज एवं सारे पुलों में तीसरा सबसे लंबा सेतु है। यह पुल 100 वर्षो से ज्यादा वक्त तक टिका रहेगा। देश के टॉप 10 ब्रिज में से चार बिहार में उपस्थित हैं। महात्मा गांधी पुल को 13585 करोड़ धनराशि की लागत से 15 राष्ट्रीय हाईवे प्रोजेक्ट के अंतर्गत के तहत निर्माण किया गया है।
महात्मा गांधी पुल पूर्वी लेन के समारोहपूर्वक कार्यक्रम में नेता प्रतिवादी तेजस्वी यादव को नहीं बुलवाया गया। इस पर राष्ट्रीय जनता पार्टी ने नाराजगी जताई है। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन एवं एजाज अहमद ने क्रोध प्रकट करते हुए बोला है कि इस प्रोजेक्ट को निष्पादित कराने में नेता सदृश की अहम भूमिका रही है। फिर भी उन्हें सामान्य विधायक की कटोगरी में बिना नाम लिखे रखा गया, हालाकि सेतु का एक बड़ा हिस्सा उनके एक्शन एरिया राघोपुर में पड़ता है।