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BIHAR

बिहार के विनीत प्लास्टिक से पेट्रोल बनाने के खोज के लिए IIT दिल्ली में ‘स्वच्छता सारथी पुरस्कार’ से हुए सम्मानित।

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बिहार के औरंगाबाद जिले के देवहरा गांव के रहने वाले धनेश प्रजापति व सुनीता देवी के पुत्र विनीत कुमार को IIT दिल्ली में भारत सरकार ने ‘स्वच्छता सारथी पुरस्कार’ से सम्मानित किया है। बता दें कि विनीत को यह पुरस्कार प्लास्टिक कचरे से पेट्रोल बनाने वाले प्रोजेक्ट व कचरे से संबंधित और भी कई आविष्कार के लिए दिया गया है। आइआइटी दिल्ली में आयोजित स्वच्छता सारथी समारोह में विनीत ने अपने द्वारा किए गए कार्य को दिखाया जिसके बाद विनीत को स्वच्छता सारथी पुरस्कार के लिए चुना गया। 

भारत सरकार से प्रिंसिंपल साइंटिफिक एडवाइजर एवं इंवेस्ट इंडिया भारत सरकार की ओर से स्वच्छता सारथी पुरस्कार प्रदान किया गया। विनीत को यह पुरस्कार प्रिंसिपल साइंटिएडवाइजर सेक्ट्रेट्री प्रमेंद्र मानी के द्वारा IIT दिल्ली में प्रदान किया गया। हालांकि विनीत को इसके लिए पहले एक वर्ष के लिए स्वच्छता सारथी फेलोशिप मिला था जिसमे इसको वेस्ट से वेल्थ कैसे बनाया जाए एवं अपने आसपास के लोगों को कैसे जागरूक किया जाए। इस प्रोजेक्ट पर कार्य करना था जो भारत सरकार की टीम के निगरानी में विनीत द्वारा किया जा रहा था। बेहतर काम को देखते हुए विनीत को दिल्ली में आयोजित स्वच्छता सारथी समारोह में बुलाया गया और इसके द्वारा किए गए कामो का निरीक्षण हुआ।

निरीक्षण में यह पाया गया कि किस प्रकार विनीत बेकार कचड़े से जरूरत का सामान बना रहे हैं। कैसे अपने काम को जमीनी स्तर पर उतार रखा है, जिसका पूरा प्रेजेंटेशन हुआ और मिनिस्ट्री, इंवेस्ट इंडिया की टीम द्वारा देखा गया। सब कुछ देखने के बाद विनीत को स्वच्छता सारथी पुरस्कार के लिए चुना गया और उन्हें यह पुरस्कार दिया गया। विनीत ने बताया कि वे अपने इस अविष्कार में कचरे से कई प्रकार के सामग्री तैयार किया है। हालांकि विनीत अपने सफलता का श्रेय अपने टीम, माता-पिता और अपने गुरुजनों को दिया है।