BIHAR
टोक्यो पैरालंपिक में देश के लिए कांस्य पदक जीतने वाले बिहार के बेटे शरद को मिला अर्जुन अवार्ड
टोक्यो पैरा ओलंपिक खेल में ऊंची कूद प्रतियोगिता में भारत के लिए कांस्य पदक जीत के लाने वाले बिहार के पुत्र शरद कुमार अर्जुन पुरस्कार से स्मानित किये गए हैं। मुजफ्फरपुर मैं रहने वाले शरद कुमार ने अपने अर्जुन पुरस्कार को केंद्र सरकार और खेल मंत्रालय को समर्पित कर दिए है। शरद ने कहा है केंद्र और खेल मंत्रालय व भारतीय खेल प्राधिकरण ने मुझे हमेशा से प्रोत्साहित किया है जिसके वजह से ही आज यह मुझे मुकाम हासिल हुआ है। 2 साल के उम्र में ही पोलियो से ग्रसित होने वाले बिहार के पुत्र शरद कुमार ने कई सफलताएं हासिल कर बिहार का नाम गौरवन्तिक किया है।
खेल मंत्रालय ने ही कुमारशरद को प्रशिक्षण के लिए यूक्रेन भरा था। जिसके बाद से शरद ने 2018 में एशियाड में स्वर्ण और इस साल 2021 मैं टोक्यो पैरालिंपिक में कांस्य जीतने में पूरी तरह से कामयाब रहे। अर्जुन अवार्ड को पाने से पहले ही शरद कुमारजी को योगी सरकार ने 1 करोड़ रूपए की बहुतम धनराशि से सम्मानित किया था। शरद कहते हैं कि अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी अच्छे खेल नीति बनाकर खिलाड़ियों को उनकी योग्यता के अनुसार सम्मानित किया जाना चाहिए। पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को बिहार सरकार से नौकरी मिले। खिलाड़ी अपने किस्मत के भरोसे ना रह कर मेहनत करें जिससे उन्हें सफलता मिलेगी।
शरद के पिताजी सुरेंद्र कुमार और शरद के बड़े भाई ने कहा कि हमलोगों के लिए यह बहुत गौरव का पल है जब शरद 18 महीने के थे तब उनको पोलियो ने अपना शिकार बना लिया था और ग्रषित कर दिया था। तब किसी ने भी बिलकुल सोचा नहीं था कि शरद इतनी बड़ी कामयाबी हासिल करेंगे ग्रषित होने के बाउजूद भी। मेहनत के दम पर मुकाल मुकाम हासिल करने वाले शरद की कामयाबी से हर कोई खुशी से पूरी तरह गदगद है।